हिसार का हिसाब

हिसार उपचुनाव में वही हुआ जिसकी उम्मीद थी। हरियाणा जनहित कांग्रेस के भाजपा समर्थित उम्मीदवार कुलदीप बिश्नोई के सिर जीत का सेहरा बंधा है। इनेलो उम्मीदवार अजय चौटाला दूसरे नंबर पर रहे जबकि कांग्रेस उम्मीदवार जयप्रकाश की जमानत जब्त हो गई है। टीम अन्ना ने इस चुनाव में कांग्रेस का खुला विरोध किया था। नतीजों से वह बेहद उत्साहित है, लेकिन राजनीतिक पंडित इसमें उसे कतई श्रेय नहीं दे रहे हैं।
बिश्नोई आईएनएलडी के अजय चौटाला से 6,323 मतों के अंतर से जीते। त्रिकोणीय मुकाबला रहा हालांकि इसमें 40 उम्मीदवार मैदान में थे। दो को छोड़कर सबकी जमानत जब्त हो गई। इस सीट पर मतदाताओं की संख्या 13.32 लाख थी। उपचुनाव में नौ लाख से अधिक मत पड़े। बिश्नोई को 3,55,941 वोट मिले, जबकि दूसरे नंबर पर रहे चौटाला को 349618 वोट मिले। जयप्रकाश इस लड़ाई में 149785 वोट पाने के साथ ही जमानत भी गंवा बैठे।
चुनाव विश्लेषक अभी भी किसी नतीजे पर नहीं पहुंचे हैं कि क्या अन्ना टीम के अभियान से नतीजों पर फर्क पड़ा है, लेकिन बिश्नोई ने दावा किया कि इसका उनके प्रदर्शन पर कोई प्रभाव नहीं पड़ा। वहीं कांग्रेस का कहना है कि हिसार हमेशा से कुछ समूहों का गढ़ रहा है और उसने अच्छा मुकाबला किया।
बिश्नोई के पिता भजन लाल ने 2009 लोकसभा चुनाव में हिसार सीट पर अपने निकटम प्रतिद्वन्द्वी आईएनएलडी के संपत सिंह पर 6,983 मतों से जीत दर्ज की थी। सिंह हालांकि बाद में कांग्रेस में शामिल हो गए थे। साल 2009 के चुनाव में भी जयप्रकाश तीसरे स्थान पर रहे थे। उस चुनाव में जयप्रकाश को 2,04,539 मत प्राप्त हुए थे।

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