मंगलवार, 23 अगस्त 2011

लो..बंटने लगे‍ इलेक्शन एक्सप्रेस के टिकट


केंद्र की सत्ता में दो कार्यकाल से जमी कांग्रेस की निगाह अब यूपी के सियासी किले पर है। संगठन में नई जान फूंकने की राहुल गांधी की कवायद और गांव की पगडंडी स्तर तक सिपाही तैयार करने की उनकी कोशिश के बीच चुनाव की घड़ी भी नजदीक आ गई है। कांग्रेस ने यूपी के लिए सोमवार को उम्मीदवारों की अपनी पहली फेहरिस्त पेश कर दी है। इनमें ७३ उम्मीदवारों के नाम हैं।
पहली सूची मिली-जुली है। एक विधायक को छोड़कर बाकी सभी सिटिंग विधायकों का टिकट महफूज रखा गया है। तीन बड़े नेताओं की पत्नियों को भी चुनावी अखाड़े में उतारा गया है। इनमें बरेली से सांसद प्रवीण सिंह ऐरन की बीवी सुप्रिया ऐरन, केंद्रीय मंत्री सलमान खुर्शीद की बीवी लुइस खुर्शीद और सुलतानपुर के सांसद संजय सिंह की पत्नी अमिता सिंह शामिल हैं।
पहली फेहरिस्त में ज्यादातर कद्दावर नेताओं के नाम हैं। पार्टी की प्रदेश मुखिया रीता बहुगुणा जोशी को लखनऊ कैंट से टिकट दिया गया है। वे पिछला लोकसभा चुनाव लखनऊ सीट से हार गई थीं, लेकिन कैंट इलाके से उन्हें तकरीबन छह हजार वोटों की बढ़त मिली थी। उन्हें इसी आधार पर यहां से उतारा गया है। पार्टी नेताओं का कहना है कि केवल उन्हीं दावेदारों को टिकट दिया गया है जिनकी जीत की संभावनाएं बेहद ज्यादा हैं।
इसके अलावा पिछले तीन दशक से प्रतापगढ़ की रामपुर खास सीट से एक छत्र राज्य कर रहे प्रमोद तिवारी फिर यहीं से चुनाव लड़ेंगे।
विधानसभा चुनाव वैसे तो मई २०१२ में होने हैं, लेकिन चुनाव आयोग ने फरवरी में ही इसे कराने के संकेत दिए हैं। पार्टी के ही भीतर के सूत्रों का कहना है कि कांग्रेस इतने अग्रिम तौर पर टिकट की सूची जारी करने के मूड में नहीं थी, लेकिन बसपा की सूची आने के बाद उसे भी अपनी लिस्ट जारी करनी पड़ी। समाजवादी पार्टी ने भी कुछ सीटों पर अपने उम्मीदवारों के नामों का ऐलान कर दिया है।

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