चुनाव सुधार को जुटी टीम अन्ना

राईट टु रिजेक्ट या राईट टु रिकाल अभी भले ही दूर की कौड़ी हो, लेकिन टीम अन्ना आने वाले चुनाव में साफ़-सुथरे उम्मीदवारों को ही सदन में भेजने में कोई कोर कसर नहीं छोड़ेगी। अन्ना की सेना विधानसभा चुनाव से पहले सोनिया और राहुल गांधी समेत देश के बड़े नेताओं ki सियासी मुश्किल बढाएगी।
इस सेना के सिपाही बड़े नेताओं के क्षेत्रों में जनलोkपाल को lekar जनमत संग्रह कराएँगे। रालेगण सिद्धि में आयोजित इंडिया अगेंस्ट करपशन की बैठक में हुए अहम फैसलों में यह भी शामिल है। हजारे ने साफ किया ki जनता अपने लिए सच्चा sevak चुने।विधानसभा चुनावों se पहले देश ke बड़े नेताओं ke क्षेत्रों में जनलोkपालको lekar जनमत संग्रह ·राया जाएगा। जनमत संग्रह ke जरिए लोगों से सवाल पूछा जाएगा कि वे is बिल ka विरोध करने वालों को वोते करेंगे या नहीं। जनमत संग्रह के लिए बड़े नेताओं के क्षेत्रों का चयन किया गया है। इन क्षेत्रों में संप्रग अध्यक्ष सोनिया गांधी का रायबरेली और राहुल गांधी का अमेठी संसदीय क्षेत्र भी शामिल है। इन क्षेत्रों में इंडिया अगेंस्ट करप्शन की रैलियां भी की जाएंगी। रैली के जरिए क्षेत्र ke नेताओं ka जनलोkपाल को लेkaर क्या नजरिया रहा यह भी लोगों ko बताया जाएगा। कहने का मतलब यह कि ये लोकतंत्र के लिए एक शुभ शुरुआत होगी।
